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अन्य कहानियांFormula 1 Facts in Hindi | जानिए फार्मूला 1 से जुड़े रोचक...

Formula 1 Facts in Hindi | जानिए फार्मूला 1 से जुड़े रोचक तथ्य

Formula 1 Facts in Hindi: कारों की दौड़ का खेल जिसे फार्मूला वन (F1) कहा जाता है, यह एक रेस सीरीज से कहीं अधिक है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां नए टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन किया जाता है और निरंतर नए इनोवेशन का प्रयास जारी रहता है।

1950 में शुरू फार्मूला 1 के लाखों प्रशंसक हैं लेकिन यह खेल लगातार विकसित हो रहा है और इसका एक रंगीन इतिहास है। यहां आपको पहली बार F1 रेस से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य (Formula 1 Facts in Hindi) बताएंगे, जो शायद ही आप जानते होंगे।

हालांकि अधिकांश प्रशंसक खेल के बारे में मूल बातें और ब्रेकिंग न्यूज जानते हैं, लेकिन हम आपको इस खेल के बारे कुछ कम ज्ञात तथ्य (Unknown Facts Abiout F1 in Hindi) बताएंगे। तो आइए जानते है Formula 1 Facts in Hindi

Formula 1 Facts | Unknown F1 Facts | Interesting F1 Facts in Hindi

1) रेस के दैरान ड्राइवर के शरीर से 3 लीटर तक पानी कम हो जाता है

टेलीग्राफ के अनुसार, औसत F1 कार में 1.5 लीटर पानी से लैस होता है, जो हेलमेट से जुड़ा होता है। यह ड्राइवर्स को डिहाइड्रेशन से बचाता है, लेकिन यह ड्राइवरों को लंबे समय तक हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त नहीं है। इस प्रकार फॉर्मूला रेस कार चालक बनने के लिए बहुत धीरज और शारीरिक फिटनेस की आवश्यकता होती है।

दरअसल रेस के दौरान वॉकपिट का तापमान 40 से 50 डिग्री तक हो जाता है, जिस वजह से ड्राइवर्स का निर्जलीकरण होता है, और अमूमन रेस के दौरान ड्राइवर के शरीर से 2 से 3 लीटर तक पानी सूख जाता है।

2) एक रेस के दौरान कार के टायरों का 0.5 किलो वजन कम होता है

फॉर्मूला 1 कार के टायर रेस के दौरान 0.5 किलो वजन कम करते हैं। यह तेज गति और अचानक आने वाले टूट-फूट के कारण है। तेज गति के कारण रोड और टायरों में घर्षण अधिक होता है। इसके अलावा ग्रेविटेशनल फोर्स टायरों को नहीं बख्शता। जिसके परिणामस्वरूप एक रेस के बाद टायरों वजह 0.5 किलो तक कम होता है।

Formula 1 Facts in Hindi

3) F1 हेलमेट दुनिया में सबसे सख्त

F1 हेलमेट बेहद हल्का होता है, लेकिन यह दुनिया में सबसे सख्त हेलमेट में से एक होता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हेलमेट सख्त आवश्यकताओं को पूरा करता है, उन्हें कुछ विखंडन और खास प्रकार के टेस्ट से गुजरना पड़ता है। कार्बन फाइबर मुख्य सामग्री होती है जिसका उपयोग फॉर्मूला 1 हेलमेट बनाने के लिए किया जाता है।

4) एक रेस के दौरान रेसर औसतन 4 किलो वजन कम करता है

यह सिर्फ टायर नहीं है, बल्कि रेसर्स भी हैं जो F1 रेस के दौरान अपना वजन कम करते हैं। फॉर्मूला 1 ड्राइवरों के 4 किलोग्राम तक वजन कम करने का मुख्य कारण कॉकपिट में असहनीय तापमान है, जो 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

5) एक F1 कार का वजन 798kg (ईंधन के बिना) से अधिक होना चाहिए

2022 में फॉर्मूला 1 कार का न्यूनतम वजन 798kg है। यह चालक के साथ कार का द्रव्यमान है, जो ड्राई वेदर वाले टायरों से सुसज्जित है, लेकिन बिना ईंधन के 798kg होना चाहिए। मिनिमम वेट लिमिट FIA द्वारा अपनी रुलबूक में निर्धारित की जाती है।

ये भी पढ़ें: F1 Cost Cap in Hindi | F1 कॉस्ट कैप क्या है? और 2023 में यह कैसे घटेगा?

Ankit Singh
Ankit Singhhttps://f1insider.net/
मैं विभिन्न प्रकार के मीडिया आउटलेट्स के लिए F1 से संबंधित खबरों को कवर करता हूं। मैं न्यूज इंडस्ट्री में पिछले 5 से अधिक वर्षों से काम कर रहा हूं। Formula 1 की खबरों से अपडेट रहने के लिए साइट विजिट करते रहें।
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